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चरथावल, राज्य सरकार द्वारा गन्ना पेराई सत्र 2020-21 के लिए गन्ना मूल्य न बढ़ाए जाने से क्षेत्र के किसानो में रोष फैल गया गन्ना मूल्य में वृद्धि नहीं होने से किसानों समेत विपक्ष नेताओ व किसान संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है ।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता दीपक उर्फ बॉबी त्यागी ने मोदी सरकार के तीसरे साल भी गन्ना रेट न बढ़ाने को सरकार का मिल मालिकों के प्रति समर्पण व किसानों के साथ विश्वासघात बताया है उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में लगातार बिजली,खाद,डीजल के बढ़े दामो ने किसानों की कमर तोड़ दी है।वही गन्ने के रेट को मिल मालिकों से सांठगांठ कर तीसरे साल भी स्थिर रखकर किसानों को बर्बाद किया जा रहा है ब्लॉक अध्यक्ष भाकियू कुशलवीर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने के बयान पर भी देश के किसानों से झूठ बोल रहे हैं क्योंकि स्वामीनाथन रिपोर्ट में ही गन्ना रेट प्रत्येक वर्ष 10 फीसदी बढ़ाने की सिफारिश है ओर मोदी सरकार द्वारा तीन साल में भी गन्ना रेट न बढ़ाकर स्वामीनाथन रिपोर्ट व किसानों से धोखा किया गया है। वरिष्ठ आप नेता शहजाद नबी जैदी ने कहा कि सरकार के किसान विरोधी इस निर्णय की आप पार्टी निंदा करते हुए किसान हितों व महँगाई से बर्बाद किसानों के गन्ना रेट बढ़ाने की मांग करती है।तथा कीसानों के साथ सरकार द्वारा किये जा रहे इस विश्वासघात पर आप खामोश नही रहेगी। चरथावल नगर अध्यक्ष भाकियू अभिषेक बंसल का कहना है कि भाजपा सरकर ने किसानों को एक बार फिर छला है। बीते वर्ष की तरह इस बार भी गन्ने के मूल्य में बढ़ोत्तरी नहीं की। अपने घोषणा पत्र में भाजपा ने अच्छे दिन लाने और किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। वर्तमान में किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। इस बार गन्ना मूल्य में वृद्धि की उम्मीद लगाए बैठे किसानों को फिर से निराश किया गया।