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बिहारीगढ़ (सहारनपुर), बीती रात मोहण्ड रेंज की सीमा से सटे शिवालिक एग्रो फार्म में लकड़ी तस्करों ने चार अलग-अलग कृषि फार्मो पर खड़े बेशकीमती सागौन के हरे पेड़ों पर आरा चला दिया। मामले की खबर रेंज अधिकारी को मिली तो उन्होंने विभागीय टीम गठित कर मौके पर भेज दी, खुद को वन कर्मियों से घिरा देखकर लकड़ी तस्कर कटे हुए पेड़ों की लकड़ी मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए। वन विभाग की टीम इस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
दिल्ली-देहरादून नेशनल हाईवे के किनारे दून कॉलेज के सामने स्थित शिवालिक एग्रो फार्म में देहरादून और दिल्ली निवासी सैकड़ों लोगों के कृषि फार्म है। जहां बीती रात वन तस्करों ने देहरादून निवासी ओमप्रकाश पुत्र दुलीचंद तथा सत्य मित्र दुबे एवं दिल्ली निवासी नीलम मल्होत्रा के फार्म हाउस में खड़े हुए लगभग 10 हरे सागौन के पेड़ों को जड़ से काट कर पिकअप गाड़ी में भरना चाह रहे थे उसी समय मोहण्ड रेंज अधिकारी एमके बलोदी को मुखबिर ने इस बात की सूचना दे दी। सूचना मिलते ही रेंज स्टाफ अलर्ट हो गया।
मोहण्ड रेंज अधिकारी एमके बलोदी ने बताया कि उन्होंने तुरंत सागौन के पेड़ कटने की सूचना मिलते ही वन कर्मचारी श्रवण कुमार, रकम सिंह पंवार, रवि कुमार तथा गौरव शर्मा को मौके पर भेजा। इस टीम ने तस्करों को गाड़ी सहित पकड़ने के लिए घेराबंदी कर ली थी, परंतु अंधेरे का फायदा उठाते हुए लकड़ी तस्कर मौके पर ही तमाम काटे गए पडो की लकड़िया, आरे, कुलहाडे अपने कंबल लोई, टीफन यदि छोड़कर गाड़ी सहित फरार हो गए।
सुबह होते ही वन विभाग की टीम ने पकड़ी गई तमाम लकड़ियों को इकट्ठा कर फर्द तैयार की और कृषि फार्म मालिकों को बुलाकर पूछताछ की तो पेड काटे जाने की जानकारी से उन्होंने अनभिज्ञता जताई। ओमप्रकाश निवासी देहरादून की तहरीर पर बिहारीगढ़ थाने में हरे सागौन के कीमती पेड़ कटान की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रेंज अधिकारी एमके बलोदी ने बताया कि तमाम कटे हुए पेड़ों की लकड़ी उन्होंने कब्जे में ले ली है तथा पेड़ काटने वाले वन माफियाओं को जल्दी ही चिन्हित कर गिरफ्तार कराया जाएगा।