2 6 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली पर आदेश पारित करना हमारा काम नहीं : सुप्रीम कोर्ट

बहसूमा। डीपीएम सीनियर सैकेन्ड्री पब्लिक स्कूल बहसूमा, में महान गणितयज्ञ श्रीनिवास अयंगर रामानुजन, श्रीनिवास रामानुजन के जन्म दिवस पर विद्यालय में शिक्षकों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। इस अवसर पर विद्यालय के सचिव जगदीश त्यागी ने श्रीनिवास रामानुजन को पुष्पमाला अर्पित कर दीपक प्रज्जवलित किया गया, तथा भारत के महान गणितयज्ञ श्रीनिवास अयंगर रामानुजन के बारे मे उन्होने अपने वक्तव्य को व्यक्त किया उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष 22 दिसंबर के दिन भारत के महान गणितयज्ञ श्रीनिवास अयंगर रामानुजन के जन्म दिवस को पूरे देश में राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है। श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसम्बर 1887 को मद्रास से 400 किलोमीटर दूर ईरोड नगर में हुआ था। इनके पिता का नाम श्रीनिवास अय्यंगर और माता का नाम कोमल तम्मल था। रामानुज का जन्म एक गरीब दक्षिण भारतीय ब्राहमण परिवार में हुआ था। सचिव ने अनेको उदाहरण देकर विद्यालय के अध्यापकगणों व बच्चो को इस महान गणितयज्ञ के बारे में बताया। विद्यालय के प्रधानाचार्य जिया जैदी ने बताया कि रामानुजन का बचपन से ही गणित के प्रति काफी रूझान था। उन्होंने गणित की प्राइमरी परीक्षा में पुरे जिले में पहला स्थान प्राप्त किया। थारामानुजन को 1904 में उनके गणित में अतुल्य योगदान के लिये के रंगनाथ राव पुरस्कार दिया गया था। श्रीनिवास रामानुजन ने सन् 1905 में मद्रास विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा दी और गणित को छोड़कर शेष सभी विषयों में वे अनुत्तीर्ण हो गए। जिस गवर्नमेंट कॉलेज में श्रीनिवास रामानुजन पढ़ते हुए वे दो बार फेल हुए। बाद में उस कॉलेज का नाम बदल कर निवास रामानुजन नाम पर ही रखा गया। इनका विवाह वर्ष 1908 में जानकी नामक कन्या के साथ कर हो गया था। इसके वाद रामानुजन जी ने ‘मद्रास ट्रस्ट पोर्ट’ के दफ्तर में क्लर्क की नौकरी की। जिस समय रामानुजन जी नौकरी किया करते थे तो वो खाली समय में बैठकर गणित के सवालों को हल किया करते थे। इस अवसर पर कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के कोऑर्डिनेटर अनुज त्यागी, शिल्पा त्यागी, अमित गुप्ता, सतेंद्र कुमार, विनीता रस्तोग, रीता यादव, रेणु, कपिल शर्मा, रूपा, गौरव यादव, तनवीर अहमद आदि उपस्थित थे।