करवाचौथ व्रत: 8:15 पर चांद व पति के दर्शन के साथ खुलेगा
अरविन्द सिसौदिया/युरेशिया
नानौता (सहारनपुर)। पति की लंबी उम्र के लिए रखे जाने वाला आगामी 4 नवंबर को करवाचौथ के व्रत पर सुहागिन 8 बजकर 15 मिनट पर चांद के दर्शन के साथ पूजा-अर्चना करके अन्न व जल ग्रहण कर सकती है।
पंडित राजेश शास्त्री ने बताया कि व्रत का केवल स्वास्थय सुहागिन महिलाएं ही रखें जो कि पूरा व्रत कर सके। बीमार महिलाएं इसे न रखे। वैसे तो व्रतों में पानी, फलाहार कर सकते है लेकिन करवाचौथ का व्रत ही एक ऐसा होता है जो निर्जल-निराहार करना होता है। इस व्रत का टूटना अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि पांडवो केे अज्ञातवास के दौरान द्रौपदी ने अपने पांचों पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को रखा था।
- पति की लंबी उम्र के लिए करें 16 श्रृंगार -
पं के अनुसार इस त्यौहार पर 16 श्रृंगार करना पति की लंबी उम्र का प्रतीक माना जाता है। इससे दोनों में प्रेम भी बना रहता है। 16 श्रृंगार के दौरान सुहागिन कुमकुम या सिंदूर से अपने माथे पर लाल बिंदी जरुर लगाएं। साथ ही अपनी कलाइयों को चूडियों से जरुर भरें।
- ऐसे खोले व्रत -
देशी घी के दीपक के साथ अपने-अपने रीति रिवाज अनुसार रात को चांद के दर्शन के बाद पति दर्शन करे। पूरे विधि-विधान से गणेश जी की आरत के साथ अपने इष्टदेव व कुलदेव/कुलदेवी की आराधना करें। इसके बाद घर की बडी महिलाओं से आर्शीवाद लेकर मीठे के साथ व्रत खोले।
ये है मुहूर्त -
- करवाचौथ पूजा मुहूर्त - शाम 5:34 बजे से 6:52 तक
- करवाचौथ के दिन चंद्रोदय - 8:15 बजे
- चतुर्थी तिथी का आरंभ - 3:24 बजे (4 नवंबर)
- चतुर्थी तिथी का समापन शाम 5:14 बजे (5 नवंबर)
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