’पराक्रम दिवस (नेताजी सुभाषचन्द्र बोस जयन्ती 23 जनवरी) की पूर्व संध्या पर वेंक्टेश्वरा में ’’नेताजी एक वैचारिक क्रान्ति’’ विषय पर सेमीनार एवं उनके स्वतन्त्रता संघर्ष पर ’’विशाल पोस्टर प्रर्दशनी’’

मेरठ लॉक डाउन के चलते सरकार भले ही गरीब और जरूरतमंदों की मदद के लिये सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर दो रुपये किलो गेन्हु ओर तीन रुपये किलो चावल के साथ साथ फ़्री चावल का वितरण करा रही है लेकिन आज भी काफी लोग इस मदद से वंचित हैं। कई बार फ़ार्म भरे गये ओन लाइन भी किया गया लेकिन उनका राशन कार्ड नही बना बावजूद इसके इस लाभ का फ़ायदा कुछ सरकारी व्यक्ति ओर चार पहिया वाहन. स्वामी उठा रहे है सरकार ने सभी गरीब परिवार को पेट भर भोजन मिल सके, इसके लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम बनाया है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में दो लाख रुपये और शहरी क्षेत्रों में तीन लाख रुपये सालाना आय वालो को इस का लाभ मिलेगा लेकिन आज भी काफ़ी गरीब, और विधवाओं का राशन कार्ड नहीं बन पाया है।लेकिन जिनके घर मे ए सी कार है उनके राशन कार्ड बने हुये है ओर वो राशन की लाइन मे लगने की बजाय राशन डीलर पर किसी छुट भैया नेता का नाम लेकर बिना लाइन मे लगे राशम ले आते है ऐसे राशन कार्ड होने का खुलासा होने पर आपूर्ति विभाग ने काफ़ी संख्या मे राशन कार्ड निरस्त कर दिए हैं। लेकिन आज भी कुछ ऐसे राशन कार्ड धारक है जिन्की आय तीन लाख सालाना से उपर है उनके घर मे चार पहिया वाहन ओर ऎ सी भी है ओर उनके राशन कार्ड बरकरार है फ़िल्हाल शासन ने आपूर्ति विभाग के अफसरों को आदेश दिया है कि गलत सूचना देकर राशन कार्ड बनाने वालों की जांच करे और पकड़े जाने पर संबंधित व्यक्ति का राशन कार्ड निरस्त करने के साथ ही उठाए गए खाद्यान्न की कीमत वसूल करें और कानूनी कार्रवाई भी करें। जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि गलत जानकारी से बने राशन कार्ड निरस्त करने की कवायद शुर कर दी गई है। गलत तरीके से बनाए गए सभी राशन कार्ड को निरस्त किया जाएगा। इसके अलावा नए आवेदनों की गंभीरता से जांच कराई जा रही है।