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यूरेशिया संवाददाता
मेरठ । कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये डीएम के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने मिलकर 787 टीमें गठित की हैं। यह टीमें घर-घर जाकर संभावित मरीजों,सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण वाले को तलाशने में जुटीं हैं। इन टीमों में लेखपाल, आशा कार्यकर्ता और एएनएम को शामिल किया गया है। जनपद में अब तक इस अभियान के तहत 125 संभावित मरीज ढूंढ भी लिए गए हैं। लक्षणों के आधार पर सभी को होम क्वेरेंटाइन में रहने की हिदायत दी गई है।
जनपद में कोरोना संक्रमण के मरीजों की बढती संख्या के मद्देनजर जिला प्रशासन कोई कसर बाकी नहीं छोडऩा चाहता। जिला अधिकारी अनिल ढींगरा का कहना है कि मरीज की पहचान जितनी जल्दी हो सके, उतनी ही जल्दी एहतियात और उपचार शुरू किया जा सकता है। संक्रमण पर काबू पाने के लिए यह बहुत जरूरी है। डीएम ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को साथ मिलकर संभावित मरीजों की तलाश करने के लिए घर-घर टीमें भेजने के निर्देश दिए थे। डीएम के निर्देश पर जिले में 787 टीमें गठित की गईं। इन टीमों में गांव की हर छोटी बड़ी बात की खबर रखने वाले लेखपाल के साथ आशा और एएनएम को लगाया गया है।
जिला अधिकारी श्री ढींगरा ने बताया इसके लिये पूरे जिले में लगाई गई टीमों ने काम शुरू कर दिया है और अब इसके परिणाम भी सामने आने लगे हैं। डीएम ने बताया घर-घर जाकर सर्च अभियान के दौरान जनपद में कुल 125 संभावित मरीज खोज निकाले गए। इन सभी को लक्षणों के आधार पर होम क्वेरेंटाइन रहने की हिदायत दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम इन संभावित मरीजों का फोलोअप करती रहेंगी। जरूरत पडऩे पर तत्काल मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राजकुमार ने बताया अभियान का मकसद ऐसे लोगों की तलाश करना है जो बुखार व अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं। इनकी लगातार निगरानी की जाएगी। जरूरत पडऩे पर तत्काल मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।